आखिर हमारे बोलने से होता क्या है।
क्यों बोलते हो तुम। आज तक बोल के हमने पाया ही क्या है सिवाया दुख के या किसी पश्चाताप के, ऐसा नही बोलना चाहिये था ,ये नहीं बोलना चाहये था,इतना […]
क्यों बोलते हो तुम। आज तक बोल के हमने पाया ही क्या है सिवाया दुख के या किसी पश्चाताप के, ऐसा नही बोलना चाहिये था ,ये नहीं बोलना चाहये था,इतना […]
हम हमेशा ये कहते हैं कि ये मेरी आदत बुरी है और मैं इसे ठीक करना चाहता हूँ। मगर हम आदतों में बदलाव नहीं ला पाते। जबकि हम आदतों को […]
कमियों और खूबियों से मानव जीवन का निर्माण होता है। यदि बंदर को तैरने की क्षमता से और मछली की पेड़ पर चढ़ने की क्षमता से इन दोनों का आंकलन […]
आप परेशान क्यों हो। मैंने अपने जीवन के कई स्वर्णिम वर्ष ऐसी सोचों को सोचने में बिताये जिनका कोई भी वजूद नही था। वो समस्याएं थी ही नहीं वो मुझे […]
आदतों का खुद पर हावी मत होने दो। हम हमेशा ये कहते हैं कि ये मेरी आदत बुरी है और मैं इसे ठीक करना चाहता हूँ। मगर हम आदतों में […]
मेहनत से मनुष्य के चरित्र का विकाश होता है, और लालच से चरित्र का विनाश होता है। अच्छी सोच हमको उत्थान के रास्ते पे ले जाती है और चरित्र निर्मााण […]
हमको खुशी के लिये अपना सोचने का तरीका बदलना होगा। हमारी सोच ही हमारी मित्र और शत्रु दोनों है। हम अपनी सोच से ही अपनी दुनिया का निर्माण करते है। […]