आखिर हमारे बोलने से होता क्या है।
क्यों बोलते हो तुम। आज तक बोल के हमने पाया ही क्या है सिवाया दुख के या किसी पश्चाताप के, ऐसा नही बोलना चाहिये था ,ये नहीं बोलना चाहये था,इतना […]
क्यों बोलते हो तुम। आज तक बोल के हमने पाया ही क्या है सिवाया दुख के या किसी पश्चाताप के, ऐसा नही बोलना चाहिये था ,ये नहीं बोलना चाहये था,इतना […]
जैसा इंसान बोता है वैसा ही काटता है। जिसने भी कहा है सच ही कहा है कि जीवन एक खेती की तरह है जो बोया जायेगा वही कई गुना हो […]
आदतों का खुद पर हावी मत होने दो। हम हमेशा ये कहते हैं कि ये मेरी आदत बुरी है और मैं इसे ठीक करना चाहता हूँ। मगर हम आदतों में […]
सफल से सफल और असफल से असफल व्यक्ति के जीवन में परिस्थितियों का कोई ज्यादा अंतर नहीं होता है। अगर अंतर होता है तो सिर्फ और सिर्फ उस व्यक्ति की […]
हमको खुशी के लिये अपना सोचने का तरीका बदलना होगा। हमारी सोच ही हमारी मित्र और शत्रु दोनों है। हम अपनी सोच से ही अपनी दुनिया का निर्माण करते है। […]
उम्मीदों को खत्म कर लेना ही दुःख को कम कर लेना हेै । कहावत है बिना परिणाम के प्रयास में ऊर्जा का सचार नहीं होता। अर्थात जब हम किसी किसी […]