वक्त हर घाव को भर देता है

कहते हैं न कि वक्त हर घाव को भर देता है। वक्त को थोड़ा वक्त दो।
इंसान का जीवन हमेशा परिवर्तन के दौर से गुजरता रहता है

कहते हैं न कि वक्त हर घाव भर देता है।

वक्त मनुष्य को अक्सर घाव देता रहता है जो कि इंसान को सिखाते हैं उसको पहले से बेहतर बनाते हैं लेकिन परिस्थितियों से निपटना इतना भी आसान नहीं होता क्योंकि जिन्दगी ने जब भी कुछ सिखाया है तो हमेशा दर्द दे के ही सिखाया है। लेकिन वक्त अपने घावों का खुद ही मरहम भी है क्योंकि बीतते वक्त के साथ आप को समझ आ जाता है कि जिस खिलोने के लिये आप बचपन में रो रहे थे आज वो किसी कोने में पड़ा है और धूल से सना है जिस साईकिल को पाने के लिये आपने 2 दिन की भूख हड़ताल की थी आज वो क्या आपके लिये एक याद से ज्यादा कुछ है क्योंकि तुम तो आज भी वही हो मगर वक्त बदल गया है जीवन के प्रति आपका नजरिया बदल गया है।
प्राथमिकतायें जीवन की बदल चुकी हैं आज कोई चीज हमारे लिये जिन्दगी है तो वो हमेशा रहनी चाहिये जैसे आक्सीजन की अहमियत तो बचपन में भी वैसी थी जैसी आज है और कल भी रहेगी तो उस साइकिल भी रहनी चाहिये लेकिन ये सत्य नहीं है।
यादें सिर्फ कुछ पलों की मोहताज होती है उनको आप कुछ पल तो महसूस कर सकते हो लेकिन सिर्फ उनहीं के सहारे जीवन को जी नहीं सकते वरन जीवन बहुत ही जटिल हो जाये।

वक्त हर घाव को भर देता है

समय ही है मरहम

जीवन का सत्य ये है कि इसमें परिवर्तन होता ही रहता है कुछ भी रूकने वाला नहीं है और यही हमारे भावों के साथ भी होता है।
कभी कभी हम जीवन मे ऐसे दौर से गुजरते है जिसका कि बहुत कटु अनुभव होता है और उसकी अमिट छाप हमारे मानस पटल पर बन जाती है और हम उससे निकल नहीं पा रहे होते हैं। लेकिन ये भी तो समझने वाली बात है कि जब कुछ भी अच्छा हमारे साथ हमेशा नहीं रहता तो बुरा भी क्यों रहेगा।
इसी बात में सुधार की प्रक्रिया छुपी है समय अपने दिये हर घाव को खुद ही भर देता है नयी स्मृतियों से नये अनुभवों से।

समय ही डाॅक्टर है, और शिक्षक भी

वक्त बदलता रहता है हम जीवन के जिस दौर में होते हैं वक्त के उस दौर के अनुभव हम करते हैं और साथ साथ हम सीखते चले जाते हैं। हमारे अनुभव हमें जीवन में अच्छे और बुरे में भेद करना सीखते है।
वक्त के बुरे अनुभव एक घाव के जैसे जीवन मेे व्यवहार करते हैं और उस समय वे काफी बुरा अनुभव देते हैं,उस वक्त हम सिर्फ दूसरों पर ही उसका दायित्व देते हैं कि ये घाव हमको दूसरों के द्वारा ही मिले हैं लेकिन जैसे जैसे वक्त बीतता चला जाता है और जीवन में हम अनुभव प्राप्त करते हैं तो समझते चले जाते हैं कि कोई दूसरा कुछ नहीं करता बल्कि हम अपनी सोच से अपने कार्यों से कार्यों की दिशा से ही अपने जीवन का निर्धारण करते हैं। अपने घावों को पाने में हमारी ही भूमिका है और हम ही उसको पाने के पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं।
वक्त के साथ बढ़ते हमारे अनुभव और जीवन को देखने का हमारा नजरिया वक्त के दिये उन घावों को न सिर्फ एक डाॅक्टर की तरह भर देता है बल्कि एक शिक्षक की तरह वो हमें सिखाता है कि हम उस समय कितने गलत थे जो दूसरों को अपने दुख और पीड़ा का कारण मानते थे। जबकि उसकी वजय हम और हमारी ही गलतियाँ थी।
मैं वक्त को महान गुरू की संज्ञा देता हूँ क्योंकि जो सबक वक्त सिखाता है वो हम किसी भी पाठशाला में नहीं सीखते।

हर हाल में आगे बढने का नाम ही है जिन्दगी।

जीवन कभी भी सीधी रेखा में चलने जैसा नहीं है और यह हम वक्त के साथ जान ही लेते हैं। जीवन में हमें अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के अनुभव मिलते रहते हैं। ये मायने नहीं रखता कि हम अपने जीवन मे कैसे अनुभवों से गुजरते हैं बल्कि मायने ये रखता है कि हम वक्त के दिये अनुभवों से क्या सीखते हैं और उन अनुभवों को अपने जीवन में कैसे उतारते हैं कैसे उन से जिन्दगी में फर्क पैदा करते हैं।
लेकिन हालात जैसे भी हों हमें हर हाल में आगे बढ़ना ही चाहिये और आगे बढ़ने का नाम ही तो जिन्दगी है ।
जिन्दगी एक बहुत ही खूबसूरत शय है और यह उतनी ही खूबसूरत है जितना आप इसको बना सकते हो ये आपके हाथों में ही है।
जीवन की अगर एक शब्द में व्याख्या करनी हो तो शायद हम उसको वक्त कह सकते हैं क्योंकि किसी का भी जीवन वैसा है जैसा उसका वक्त चल रहा है। क्योंकि वक्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता वैसे ही जीवन भी हमेशा एक जैसा नहीं रहता। बदलाव जीवन का नियम है तो कभी भी निराश नहीं होना चाहिये क्योंकि जो भी हालात आज है वो किसी भी हालात में कल नहीं होगें।
अपनी गलतियों से सीखते चले जाना और उनको फिर न दोहराना और आगे बढते चले जाना जीवन को आनंदित बनाने के एक मात्र तरीका है। जीवन जितना हल्का है उतना ही महान है क्योंकि जो चीज जितनी हल्की होती है उतनी ही ऊपर उठती हैं और जो चीज जितनी भारी है वो उतनी नीचे बैठ जाती है।
प्रकृति भी हमें ये सिखाने की कोशिश कर रही है कि हमें खुद को और अपने स्वभाव को हल्का रखना चाहिये ताकि हम जीवन में उर्ध्वगामी हो सकें।

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