सही साथी कैसे चुनें जो प्रेरणा दे।
वो कहते हैं न आप भले तो जग भला। कुछ भी अच्छा अगर आपको जीवन में चाहिये तो पहले तो आपको खुद से अच्छा बनना पड़ेगा फिर आप किसी से उम्मीद कर सकते हो। सबसे पहले हमको अपने साथी का चुनाव करने से पहले खुद की प्रवुति को भी समझना चाहिये कि हमको कैसा साथ पसंद है। क्योंकि हम किसी की पसंद नापसंद होती हैं और हमको अपनी इन्हीं पसंद और नापसंद को आधार बनाकर ही अपने साथी का चुनाव करना चाहिये।
साथी की भूमिका जीवन में महत्वपूर्ण है।
हम क्या करते हैं। कैसे हमारा जीवन बनता और कैसे हम जीवन के साथ सामंजस्य स्थापित करते हैं। ये हमारे जीवन के दृश्टिकोण के साथ साथ इस बात पर भी निर्भर करता है कि हमारा साथ कैसा है क्योंकि जो भी हमारा साथी होता है उसका भी हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव होता है क्योंकि हम जिस भी व्यक्ति के साथ रहते हैं जिस भी माहौल में और परिवेश में रहते हैं हम पर उसका कोई न कोई प्रभाव तो पड़ता ही है। चाहे हम कितना भी उस माहौल से बचने के कोशिश करें किंतु उसके प्रभाव से हम बच नहीं सकते। इसीलिये ये माना जाता है कि हमको अपना परिवेश अपना साथ और माहौल को सोच समझ के चुनना चाहिये क्योंकि उसका पूरा प्रभाव हम पर जीवन भर पडेगा उसी तरह के व्यक्तित्व हमारा बनेगा जैसा कि हमारा साथ होगा।
साथ कई तरह का होता जैसे कि हमारा दोस्त हमारी पत्नी या किसी का पति या आफिस में साथ में काम करने वाले कर्मचारी या पड़ोसी या किसी खिलाड़ी के साथ टीम के सदस्य और भी कई तरह के साथ होते हैं और कई तरह का माहौल होता है।
बराबरी का ही रिश्ता बनायें।
समाज में कई वर्ग हैं, विभिन्नतायें हैं हमको हमेशा अपने साथी का चुनाव अपने वर्तमान स्तर की हिसाब से ही करना चाहिये ऐसा साथी बिल्कुल न चुनें जिससे आपको अपनी पहचान बताने में षशर्मिंदगी हो या आपको खुद की पहचान को छुपाना पड़े या झूटी पहचान बतानी पड़े क्योंकि ऐसे संबंध हमेशा बहुत ही खराब यादों के साथ खत्म हो जाते हैं और खत्म ही होते हैं क्योंकि कि झूठ की बुनियाद पर रखे गये रिश्तो की उम्र ज्यादा नहीं होती।
रिश्तो में प्रत्येक को समान महत्व दें।
आप चाहे स्त्री है या पुरूश, पति है या पत्नी, और चाहें समाज का कोई भी स्तम्भ हैं आप को सर्वप्रथम औरों को सम्मान देना चाहिये क्यों कि तभी आप खुद सम्मान पाने के अधिकारी बन पायेंगे। आप महत्वपूर्ण बनिये लेकिन ये याद रहे कि सिर्फ आप ही नहीं बल्कि सभी महत्वपूर्ण हैं किसी एक के होने से कुछ नहीं होता। सभी अपनी जगह में महत्वपूर्ण होते हैं इस बात को समझें।
आसान और सरल स्वभाव को अपनायें।
वर्तमान जीवन में सोशल मीडिया के दिखावे के कारण हमने बिना वजय का तनाव को अपने जीवन में अपना लिया है जिसकी कोई भी आवश्यकता नहीं है आपको खुद को समझना चाहिये अपनी सीमाओं को समझना चाहिये और इसी तरह के साथी का चुनाव आपको करना चाहिये जिसका ऐसा स्वभाव हो जो आपको वैसा स्वीकार करे जैसे आप हो उसके लिये आपको कुछ झूठा बनने की जरूरत न हो। यही सफल रिश्ते की प्राथमिक शर्त होनी चाहिये।
सावधानी से करें चुनाव। महत्वपूर्ण है आपका निर्णय
आप का साथी भी आपसे उतना ही सम्मान चाहता है जितना कि आप उससे चाहते हो। लेकिन जब आप रिष्तों में जरूरत से ज्यादा उम्मीद रखना शुरु करते हो तो दबाव पैदा होते हैं और जब रिश्तो में दबाव पैदा होते हैं तो रिश्ते खराब होने शुरु हो जाते हैं जीवन को सरल रखें और रिश्तो में अनावष्यक दबाव न रखें अपने साथी को स्वतंत्रता दें दोस्तो को सम्मान दें और वही व्यवहार उनसे करें जो आप उन से चाहते हैं।
अच्छा साथी आपके जीवन को बेहतर और बदतर दोनों बना सकता है। ये आपका चुनाव तय करेगा।
हमेशा उस साथी का चुनाव करें जो आपके जैसा है जो आपको प्रेरणा देगा आपका हर कदम पर साथ देगा जो आपको बेहतर होने मे मदद करेगा जो आपको बुरी आदतों से बाहर लेके आयेगा जो आपको ये बतायेगा कि आपके लिये क्या सही है और क्या गलत है, और ये चुनाव आप को ही करना है तो जब भी आप किसी साथी का चुनाव करे तो इन सभी बातो का ध्यान मे रखते हुये ही चुनाव करें क्योकि ये आपके जीवन को प्रभावित करने वाला है।